विवाह पत्रिका

!! श्रीनारायण !!
*आशीर्वाद हेतु विवाह समारोह में अथवा अन्य मांगलिक कार्यक्रम में
जो भी भक्तजन श्रीगुरुदेव से अपने यहाँ पधारने की विनती करते हैं
वे विवाह की पत्रिका में*
!! श्रीनारायण !!
एवं
” शुभ आशीर्वाद ”
” सद्गुरुश्री लोकेशानंदजी महाराज ” इस प्रकार से
व्यवस्थित रुप से लिखते हैं.और
इसका पालन सभी को करना है.
श्रीनारायण भक्ती पंथ ने इसे अनिवार्य माना है.
इसके साथ ही अन्य शिष्टाचार का भी ध्यान रखें.

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